मोदी ने मंच से इशारों में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जगजीवन राम के योगदान को भुला दिया गया। साथ ही उन्होंने कारोबारी विजय माल्या पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बैंक का पैसा लेकर लोग भागने के बारे में सोचते हैं, वहीं गरीबों ने जन-धन योजना के तहत खुले बैंक अकाऊंट में पैसा डाला। यह हमारे देश के गरीबों की अमीरी है। बता दें कि ‘स्टैंड अप इंडिया’ योजना का मकसद अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और महिलाओं को 10 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए के बीच कर्ज देकर इन वर्ग के लोगों की उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है। इसके तहत बैंकों की सवा लाख ब्रांच अपने-अपने इलाकों में ही लोन देंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम लोग वे हैं जिन्हें अवसर मिले, लेकिन दलितों को उतने अवसर नहीं मिले। अगर उन्हें अवसर मिलेगा तो वे भी उत्तम काम कर सकते हैं। अवसर मिले तो दलित भाई-बहन काफी कुछ कर सकते हैं। इसलिए समाज का जो आखिरी वर्ग है, उसे मौके देने के लिए लिए ‘स्टैंड अप इंडिया’ कार्यक्रम बनाया गया।’’ मोदी ने चुने गए लोगों को ‘स्टैंड अप इंडिया’ लोन का स्वीकृति पत्र दिया और स्टैंड अप इंडिया पोर्टल का विमोचन किया।
इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 5100 ई-रिक्शा भी बांटे। इस दौरान पी.एम. मोदी खुद ई-रिक्शा पर सवार होकर स्टेज तक गए। ‘स्टैंड अप इंडिया’ उद्घाटन के मौके पर 5100 ई-रिक्शा के लिए 76 करोड़ रुपए का लोन दिया गया। यह लोन 7 अलग-अलग बैंकों ने दिया। योजना के तहत हर ई-रिक्शे की कीमत 1 लाख 33 हजार रुपए होगी। इस मौके पर पी.एम. ने कहा कि जो कल किराए का रिक्शा चलाते थे, अब उनका अपना ई-रिक्शा होगा।