नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बॉलीवुड अभिनेता इमरान हाशमी के छह साल के बेटे को इमरान से भी बड़ा सुपरस्टार बताते हुए कैंसर के खिलाफ जंग में सफलता हासिल करने के लिए हाशमी को बधाई दी है. केजरीवाल ने बीती शाम ‘इंडियन इस्लामिक सेंटर’ में ‘किस ऑफ लव’ शीषर्क वाली हाशमी की पहली किताब के विमोचन के अवसर पर ये बातें कहीं. किताब को पेंग्विन रैंडम हाउस द्वारा प्रकाशित किया गया है .
इमरान हाशमी और 21 वर्षीय बिलाल सिद्दीकी किताब के सह-लेखक हैं. पूरी किताब अभिनेता के चार वर्षीय बेटे अयान के किडनी के कैंसर से जूझने के दौरान उससे उबरने की उनकी यात्रा और इस दौरान हाशमी और उनकी पत्नी ने जो कुछ भी सहन किया उस लंबे संघर्ष के दौर की दास्तां कहती है.
केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह किताब लिखने के लिए मैं इमरान और बिलाल को बधाई देना चाहता हूं. मैंने अभी तक यह किताब पढ़ी नहीं है लेकिन अब तक जो कुछ भी मैंने सुना है मुझे लगता है कि आपका बेटा आपसे भी बड़ा सुपरस्टार है.’’
अयान के कैंसर से ग्रस्त होने का पता चलने के बाद उसे सात महीने के उपचार के लिए कनाडा ले जाया गया था, जो ना केवल बहुत दुखदायी था बल्कि महंगा भी था. मुख्यमंत्री के मुताबिक, हाशमी भाग्यशाली थे कि वह इतने महंगे उपचार को वहन कर सकते थे, लेकिन उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि हर कोई ऐसा करने में सक्षम नहीं होता. उन्होंने कहा, यह सरकार का कर्तव्य है कि वह उनकी सहायता के लिए आगे आए.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इमरान भाग्यशाली थे कि वह कनाडा में अपने बच्चे का उपचार करा पाए. लेकिन, हमारे देश में ऐसे कई लोग हैं जो इतना महंगा उपचार वहन नहीं कर सकते. लिहाजा, मुझे लगता है कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सार्वजनिक सेवाओं में पर्याप्त निवेश करे ताकि जिन लोगों के पास पैसा नहीं है उनकी जान बचाई जा सके. वे भी पूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं के हकदार हैं. यह सरकार का काम है और दिल्ली में हम लोग अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं.’’ संघर्ष के इस दौर को खत्म करने में अभिनेता और उनके परिवार के दृढ़ संकल्प की तारीफ करते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह किताब ‘उम्मीद’ के बारे में है और बकौल केजरीवाल जीवन की चुनौतियों के साथ आगे बढ़ने के लिए उम्मीदें जरूरी हैं.
केजरीवाल ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह किताब उम्मीद के बारे में है और इमरान बिल्कुल सही हैं जब वह यह कहते हैं कि यह किताब सिर्फ कैंसर के बारे में नहीं है. सबसे पहले तो यह कैंसर के मरीजों के लिए है, जो उम्मीद ही खो बैठते हैं और उनका शरीर भी तेजी से उनका साथ छोड़ना शुरू कर देता है. इसलिए कैंसर के मरीजों को यह किताब जरूर पढ़नी चाहिए. यह किताब उन मरीजों को और उनके परिवारों में उम्मीद का संचार करेगी .’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह किताब सिर्फ कैंसर मरीजों के लिए नहीं है बल्कि हर किसी को इसे पढ़ना चाहिए.
केजरीवाल ने कहा, ‘‘मेरा यह भी मानना है कि हर किसी को यह किताब जरूर पढ़नी चाहिए, क्योंकि यह महज कैंसर के बारे में नहीं है. हमारे जीवन में ऐसे कई पल और स्थितियां आती हैं जब हमें बहुत अधिक संघर्ष करना पड़ता है और अगर उम्मीद का साथ हो तो यह और बेहतर हो जाएगा.’’ अपने बेटे के उपचार के दौरान पेशेवर और निजी जीवन के मोर्चे पर जूझने वाले अभिनेता ने कहा कि वह पागलों की तरह ऐसे निदान की तलाश कर रहे थे जिससे कि उनके बेटे की जान बच सके और संयोग से उनके हाथ एक ऐसा अध्ययन लगा जिसमें यह बताया गया था कि कैंसर के अधिकतर मामले (85 प्रतिशत मामले) जीवनशैली से जुड़े होते हैं.
अभिनेता ने केजरीवाल की ‘सम-विषम कार योजना’ की तारीफ करते हुए कहा कि और शहरों को भी इसे अमल में लाना चाहिए और प्रदूषण नियंत्रण में मदद करनी चाहिए. हाशमी ने कहा, ‘‘हमने अपने पर्यावरण में जबर्दस्त बदलाव किया है. जिस हवा में हम सांस लेते हैं, जो खाना खाते हैं, जो पानी पीते हैं, हमारी इन सभी आदतों ने हमारे लिए मौजूद इन चीजों को नुकसान पहुंचाया है.. और यही बात मुझे दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ केजरीवाल जी की लड़ाई के करीब लेकर आई है, क्योंकि कैंसर और प्रदूषण के बीच बड़ा संबंध है. मुझे लगता है कि यह लड़ाई समूचे देश के हर शहर में लड़ी जानी चाहिए, क्योंकि कैंसर का एक प्रमुख कारण प्रदूषण भी है.’’
इस घातक बीमारी से उबरने की अयान की भावनात्मक दास्तां में अभिनेता के फिल्मों के सेट सहित उनके कॉलेज और स्कूल के दिनों की मजेदार बातों को भी शामिल किया गया है. अभिनेता ने कहा, ‘‘किताब में अयान की कैंसर से जंग के अलावा कई दिलचस्प और मजेदार बातों का जिक्र है जैसे कि फिल्म नगरी, एक गैरजिम्मेदार लड़के के तौर पर मेरे कॉलेज और स्कूल के दिनों की बातें और चुंबनों की कहानियों को भी इसका हिस्सा बनाया गया