पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में यहां के शाशन के विरोध में स्वर तेज हो रहे हैं। करीब 100 लोगों के एक समूह ने पाक अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में पाकिस्तान सरकार और वहां की सेना की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध एक जुलूस निकाला।
युवाओं की भीड़ ने पाकिस्तान से आजादी की मांग करते हुए नारे लगाए। ये लोग रोजगार की भी मांग कर रहे थे। लेकिन बाद में पाकिस्तानी फौज और पुलिस के लोगों ने इनकी पिटाई कर दी।
इस जुलूस का नेतृत्व किया था जम्मू-कश्मीर नेशनल स्टूडेन्ट्स फेडरेशन (JKNSF) तथा जम्मू-कश्मीर नेशनल अवामी पार्टी ने।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में आम तौर पर नौकरियां देश के अन्य इलाकों में रहने वालों को ही दी जाती हैं और जम्मू-कश्मीर की स्थानीय आबादी को इससे मरहूम रखा जाता है।
यह पहली बार नहीं है कि यहां पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने इस्लामाबाद और फौज की दमकारी नीतियों के खिलाफ पहले भी आवाजें बुलंद की थीं। यहां के स्थानीय युवा लंबे समय से आजादी की मांग करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ लगातार रैलियां कर रहे हैं। ये युवा चाहते हैं कि इस क्षेत्र का विलय भारत में हो जाए।
यही वजह है कि पाकिस्तानी हुकूमत इनके साथ कड़ाई से पेश आ रही है। पाकिस्तान की फौज पर पहले ही मानवाधिकार हनन के कई आरोप लग चुके हैं।
पिछले साल सितंबर महीने में इसी तरह की रैलियां और प्रदर्शन हुए थे।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद, गिलगित और कटोली जैसे इलाकों में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यही वजह है कि यहां के लोग भारत में शामिल होना चाहते हैं।
हालांकि, पाकिस्तान बेशर्मी से भारत पर कश्मीर में लोगों के हक छीनने का आरोप लगाता रहा है।